हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हौज़ा एल्मिया क़ुम के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा अराफी ने क़ुम प्रांत के जिहाद-ए दानेशगाही केंद्र के प्रमुख से मुलाकात के दौरान इस क्रांतिकारी संस्था की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा, वास्तव में उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहिए जो इस क्रांतिकारी संस्था में जिहादी भावना के साथ सक्रिय हैं और इसे प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा,जिहाद-ए दानेशगाही, इस्लामी क्रांति की कोख से उभरा हुआ एक संस्थान है, जिसका एक मूल कर्तव्य विकास की संस्कृति को आकार देना और ज्ञान व नवाचार की सीमाओं पर आगे बढ़ना है।
आयतुल्लाह अराफी ने कहा, जिहाद-ए दानेशगाही के कंधों पर एक मूलभूत जिम्मेदारी है, और वह यह है कि वह वैज्ञानिक प्रगति में अग्रणी बने, वैज्ञानिक खोज करे और विकास के नए द्वार खोले। यह लक्ष्य तभी प्राप्त किया जा सकता है जब हम युवा पीढ़ी और शैक्षणिक हलकों में आशा और विकास में विश्वास की संस्कृति को बढ़ावा दें।
हौज़ा एल्मिया क़ुम में दर्स-ए ख़ारिज के शिक्षक ने कहा, ज्ञान और प्रौद्योगिकी हमेशा की आवश्यकता हैं और विकास के क्षितिज को रौशन करते हैं। हाल की रक्षा प्रगति, विशेष रूप से मिसाइल क्षेत्र में हमारी उन्नति ने साबित कर दिया है कि हम कर सकते हैं।
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